देहरादून, 21 नवंबर 2024
शहर में कूड़ा प्रबंधन में लगातार हो रही लापरवाही को लेकर इकॉन वाटरग्रेस मैनेजमेंट पर नगर निगम ने सख्ती दिखाई है। निगम ने फर्म को सात दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। यदि समय पर संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता, तो कंपनी की सिक्योरिटी जब्त कर उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
नगर निगम का यह नोटिस मुख्यतः डोर-टू-डोर कूड़ा उठान और करगी ट्रांसफर स्टेशन में अव्यवस्थाओं के कारण जारी किया गया है। विगत एक माह से कूड़ा प्रबंधन में हो रही इस लापरवाही ने शहर की सफाई व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है।
लापरवाही के मुख्य बिंदु
1. डोर-टू-डोर कूड़ा उठान में गड़बड़ी
नगर निगम के अनुसार, इकॉन वाटरग्रेस द्वारा लगाए गए 77 वाहनों में से अधिकांश कूड़ा उठान का कार्य सुचारू रूप से नहीं कर रहे। कूड़ा एकत्र करने के बाद उसे करगी ट्रांसफर स्टेशन तक पहुंचाने में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।
2. कूड़ा प्रोसेसिंग में कमी
रोजाना 140 मीट्रिक टन कूड़ा उठाने का लक्ष्य है, लेकिन कंपनी द्वारा केवल 25-30% कूड़ा ही शीशमबाड़ा प्रोसेसिंग प्लांट तक भेजा जा रहा है। यह लापरवाही क्षेत्र में दुर्गंध और गंदगी फैलाने का मुख्य कारण बन रही है।
3. वाहनों का अवरोध
कंपनी द्वारा किराए पर लिए गए वाहनों ने करगी ट्रांसफर स्टेशन पर एक ट्रक और जेसीबी मशीन खड़ी कर दी। इससे अन्य वाहनों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हुई और कूड़ा उठाने का कार्य बाधित हो गया।
4. नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी
शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए जिलाधिकारी/प्रशासक सविन बंसल ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए थे। नई फर्म के चयन तक इकॉन वाटरग्रेस को सफाई व्यवस्था में सहयोग देने की सख्त हिदायत दी गई थी।
जन आंदोलन की आशंका
नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, लापरवाही के कारण शहर के कई हिस्सों में दुर्गंध फैलने लगी है। स्थानीय लोगों में रोष बढ़ रहा है, जिससे जन आंदोलन होने की संभावना बन रही है।
नगर निगम की चेतावनी
यदि इकॉन वाटरग्रेस 7 दिनों के भीतर जवाब नहीं देती है और कूड़ा प्रबंधन में सुधार नहीं होता, तो:
- कंपनी की सिक्योरिटी राशि जब्त कर ली जाएगी।
- कंपनी को नगर निगम की सेवाओं से ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।