तारीख: 30 जनवरी 2025
स्थान: हरिद्वार
कैसे हुआ फरार?
- रामलीला मंचन के दौरान कैदी बना ‘वानर’ और कूद गया जेल की दीवार
- 11 अक्टूबर 2024 की रात हरिद्वार जिला कारागार में रामलीला का मंचन चल रहा था।
- कैदी पंकज (28 वर्ष) और रामकुमार (24 वर्ष) ने वानर सेना का किरदार निभाया।
- मौका पाकर दोनों जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए।
- गिनती में कैदियों के गायब होने का खुलासा हुआ, जिसके बाद तलाश शुरू हुई।
कैसे पकड़ा गया अपराधी?
- हरिद्वार पुलिस ने पहले ही रामकुमार को यमुनानगर, हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया था।
- पंकज की गिरफ्तारी पर ₹50,000 का इनाम रखा गया था।
- 30 जनवरी की रात हरिद्वार पुलिस और एसटीएफ ने उसे घेर लिया।
- खुद को घिरता देख बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी।
- जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी और वह घायल हो गया।
- घायल पंकज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैदी के फरारी की साजिश की जांच जारी
- पुलिस यह पता लगा रही है कि पंकज इतने महीनों तक कहां छिपा रहा।
- उसे किन-किन लोगों से मदद मिल रही थी?
- क्या उसके फरार होने में किसी बड़े गिरोह का हाथ था?
अभियुक्त का विवरण
- नाम: पंकज वाल्मीकि
- पिता का नाम: मगन लाला
- पता: गोल भट्टा, रुड़की
- मूल निवासी: ग्राम इस्माइलपुर, थाना लक्सर, हरिद्वार
गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम
उत्तराखंड एसटीएफ टीम:
- निरीक्षक यशपाल सिंह
- उप निरीक्षक नरोत्तम बिष्ट
- अ.उ.नि. हितेश कुमार
- हे.का. अर्जुन सिंह रावत
- हे.का. वीरेंद्र नौटियाल
- हे.का. कैलाश नयाल
- का. देवेंद्र कुमार
- है.का. अनूप भाटी
- का. अनिल कुमार
- का. सितांशु कुमार
अन्य टीमें:
- थाना रानीपुर पुलिस
- थाना ज्वालापुर पुलिस
- SOG हरिद्वार
👉 एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस की मुस्तैदी से फरार कैदी फिर से सलाखों के पीछे पहुंच गया! 🚔