ऑपरेशन सिंदूर के बाद पिथौरागढ़ की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कांबिंग शुरू

पृष्ठभूमि: ऑपरेशन सिंदूर और सुरक्षा सतर्कता
हाल ही में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से जाना गया, के बाद देशभर में सुरक्षा सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे आतंकवादियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सफलता मिली है।
पिथौरागढ़ में सुरक्षा उपाय
उत्तराखंड के सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ में, जो नेपाल और चीन की सीमाओं से सटा हुआ है, सुरक्षा एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की संयुक्त टीमों द्वारा धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी, अस्कोट और झूलाघाट क्षेत्रों में गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन की सक्रियता
पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के निर्देश पर, सीओ गोविंद बल्लभ जोशी और कुंवर सिंह रावत के नेतृत्व में गश्त और कांबिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि यदि वे किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो तुरंत पुलिस या एसएसबी को सूचित करें।
हवाई अड्डों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा
नैनी सैनी हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था का भी निरीक्षण किया गया है, जहां यात्रियों की सघन जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, चितई गोल्ज्यू मंदिर और जागेश्वर धाम जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मंदिर परिसरों में खराब सीसीटीवी कैमरों को बदलने और मेटल डिटेक्टरों से जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पिथौरागढ़ में सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की संयुक्त प्रयासों से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।