1971 युद्ध विजय दिवस: सीएम धामी ने शहीदों को किया नमन, वीर परिवारों के लिए नई योजनाएं घोषित
देहरादून:
विजय दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सैनिकों के अद्वितीय शौर्य को स्मरण करते हुए कहा कि यह युद्ध भारत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। इस युद्ध में भारत ने न केवल पाकिस्तान को हराया, बल्कि बांग्लादेश को स्वतंत्रता भी दिलाई।
सीएम धामी ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के बाद भारतीय सेना का मनोबल और संसाधन दोनों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
मुख्य घोषणाएं और बयान:
- वीर परिवारों के लिए सुविधाएं:
- शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और वीरमाताओं को उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा दी जाएगी।
- शहीद सैनिकों के परिवारों के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी की गई।
- सेना के मनोबल की बात:
- 1971 युद्ध में पाकिस्तान के एक लाख सैनिकों के आत्मसमर्पण को भारतीय सेना की ऐतिहासिक विजय करार दिया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेना अब आत्मनिर्भर बन रही है और अन्य देशों को रक्षा सामग्री निर्यात कर रही है।
- राज्य विकास पर जोर:
- उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से खेलभूमि के रूप में स्थापित करने की योजना।
- प्रदेश में बेरोजगारी दर घटाने और प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने का लक्ष्य।
वीर सैनिकों और परिजनों का सम्मान
समारोह के अंत में 1971 युद्ध के वीर सैनिकों, वीरनारियों, और पूर्व सैन्य अधिकारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद थे।
सीएम ने कहा कि उत्तराखंड वीरभूमि है, जहां के 255 जवानों ने 1971 के युद्ध में अपने प्राण न्यौछावर किए। राज्य सरकार इन वीर सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।